राजयोग फाउंडेशन भारत की आध्यात्मिक विरासत और विविध संस्कृति के संरक्षण के लिए कार्यरत है।
धर्म, स्वास्थ्य, शिक्षा और संस्कृति के समग्र विकास के माध्यम से राष्ट्र की आत्मा को सशक्त करना।
हम समाज को एक ऐसा मंच प्रदान करते हैं जहां आध्यात्मिकता, शिक्षा और संस्कृति का समन्वय हो और प्रत्येक नागरिक गर्व से अपनी विरासत से जुड़ा रह सके।
भारतीय समाज में आध्यात्मिकता, शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति को सुदृढ़ करना हमारा मुख्य उद्देश्य है। हम ऐसा वातावरण बनाने के लिए कार्यरत हैं जहाँ मानवीय मूल्यों और नैतिकता को बढ़ावा मिले। शिक्षा के माध्यम से हम बच्चों और युवाओं को ज्ञान, कौशल और आत्मविश्वास प्रदान करते हैं। स्वास्थ्य सेवाओं और जनजागरूकता कार्यक्रमों के जरिए हम समाज में स्वास्थ्य और स्वच्छता का स्तर बढ़ाते हैं। साथ ही, भारतीय परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर को संजोकर हम नई पीढ़ी को अपने मूल्यों से जोड़ते हैं।
एक आत्मनिर्भर, स्वस्थ और सांस्कृतिक रूप से संपन्न भारत का निर्माण हमारा दीर्घकालिक लक्ष्य है। हम एक ऐसे राष्ट्र की कल्पना करते हैं जहाँ हर नागरिक को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के समान अवसर प्राप्त हों। जहाँ आधुनिक तकनीक और पारंपरिक मूल्यों का संतुलन बनाकर विकास की नई ऊँचाइयाँ हासिल की जाएँ। ऐसा समाज जहाँ महिलाएँ, युवा और वृद्ध सभी सशक्त, सुरक्षित और सम्मानित महसूस करें। हमारी दृष्टि एक ऐसे भारत की है जो अपनी सांस्कृतिक धरोहर पर गर्व करे और भविष्य की चुनौतियों का सामना मजबूती से कर सके।
Years of Service
Lives Impacted
Active Projects
ग्रामीण और वंचित बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना।
गाँव और कस्बों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित करना।
भारतीय संस्कृति और मूल्यों को बढ़ावा देना।