राजयोग फाउंडेशन किसी भी राष्ट्र की सच्ची समृद्धि केवल उसका आर्थिक विकास ही नहीं है बल्कि उसकी आध्यात्मिक विरासत की समृद्धि उसकी विविध संस्कृतियों की जीवंतता । उस राष्ट्र की शिक्षा प्रणाली की शक्ति और उसके लोगों की भलाई में ही निहित है । भारत के समग्र विकास को बढ़ावा देने की गहरी प्रतिबद्धता हमारे फाउंडेशन की स्थापना का मुख्य उद्देश्य है । राजयोग फाउंडेशन भारत की प्राचीन आध्यात्मिक विरासत का संरक्षण करने के लिए प्रतिबद्ध है साथ ही धर्म स्वास्थ्य शिक्षा एवं संस्कृति के दार्शनिक स्वरूप का प्रतिपादन भी फाउंडेशन की विशेष कार्यों के अंतर्गत है ।
संपन्न भारत की कल्पना करते हुए राजयोग फाउंडेशन सर्वप्रथम भारत की मूल आत्मा के पोषण के लिए एक प्लेटफार्म तैयार करता है । इसके लिए चुन चुन कर उन बिंदुओं पर सतत कार्य होता है जिनके द्वारा भारतीय समाज एक समृद्ध जीवन जीने की राह खोज सके । जहां आध्यात्मिकता संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य और धर्म सह अस्तित्व में हो और संपूर्ण जनमानस अपनी प्राचीन विरासत के साथ गर्व अनुभव कर सके । राजयोग फाऊंडेशन अपने मूल में भारत के सामूहिक विकास में अपनी प्रतिबद्धता को मजबूती के साथ प्रस्तुत करता है ।