राजयोग फाउंडेशन भारतीय संस्कृति को पूर्णतया आत्मसात करते हुए जहां इसकी विविधता पर गर्व करता है वहीं एक सामंजस्य पूर्ण और संपन्न भारत की कल्पना करता है । किसी भी समुदाय के जीवन में आध्यात्मिकता, संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य, अर्थ एवं धर्म वह प्रमुख कारक हैं जिनसे ओतप्रोत होकर वह अपनी जीवन यात्रा सुगम एवं सरल बनाता है । राजयोग फाउंडेशन इन मुख्य कारकों पर व्यक्ति-परक शोध को बढ़ावा देता है एवं भारत के इस विविधता पूर्ण सांस्कृतिक फैलाव के एकीकरण पर बल देता है । हमारा राष्ट्र उत्तर से दक्षिण तक एवं पूर्व से पश्चिम तक अनेक भाषा संस्कृतियों को समेटे हुए अपना उदात्त स्वभाव दर्शाता है । वहीं इन सभी में एकात्म भाव के दर्शन करता है । फाउंडेशन व्यक्तियों को पूर्ण एवं सरस जीवन जीने के लिए सशक्त बनाता है जिससे राष्ट्र के सामूहिक विकास में जन भागीदारी सुनिश्चित की जा सके । राजयोग फाउंडेशन समय पर ऐसे अनेक क्रियाकलापों का आयोजन करता है जिससे भारतीय आत्मा पोषित हो साथ ही व्यक्ति एवं समूह अनुशासित एवं परिष्कृत जीवन शैली अपना सके ।